मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज बुन्देलखण्ड विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। जब वे पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, तो प्रधानमंत्री जी ने उनसे बुन्देलखण्ड की यात्रा करने के लिए कहा था। जब वे बुन्देलखण्ड आये तो यहां के जनप्रतिनिधियों ने उन्हें अवगत कराया कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में कनेक्टिविटी तथा पानी की समस्या है। आज यह प्रसन्नता का विषय है कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल योजना प्रभावी रूप से क्रियान्वित हो रही है। कुछ ही दिनों में हर घर तक आर0ओ0 का पानी पहुंचाने में हम सफल होंगे। इसके साथ ही बुन्देलखण्ड का एक सपना साकार हो जाएगा। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सिंचाई की अनेक परियोजनाओं को पूरा किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे आज बुन्देलखण्ड के विकास को नई ऊंचाइयां प्रदान कर रहा है। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की यह भूमि आज डिफेंस कॉरिडोर के कार्यों से भी जानी जा रही है। डिफेंस कॉरिडोर के अन्तर्गत झांसी में भारत डायनामिक्स की यूनिट स्थापित हो रही है। डिफेंस कॉरिडोर का एक नोड झांसी में तथा एक नोड चित्रकूट में विकसित हो रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए 38 हजार एकड़ क्षेत्रफल में नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर एक नए कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। यह परियोजना 8,000 करोड़ रुपये लागत की है, जिसके लिए 6,000 करोड रुपये निर्गत किये जा चुके हैं। इसके अन्तर्गत यहां औद्योगिक गलियारा बनाया जाएगा।
डिफेंस कॉरिडोर तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के साथ ही जब यहां औद्योगिक गलियारा बन जाएगा, तब दुनिया कार्य करने के लिए झांसी और बुन्देलखण्ड में आएगी। यह स्थान नौकरी और रोजगार के एक नए हब के रूप में स्थापित होगा। इस क्षेत्र के एक ओर बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे है और दूसरी तरफ कानपुर-झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग है। इनके मध्य में एक नया एयरपोर्ट भी विकसित किया जाएगा। यह झांसी के विकास को एक नई ऊंचाई प्रदान करेगा। बुन्देलखण्ड पहला क्षेत्र होगा, जहां दो-दो एयरपोर्ट होंगे, एक एयरपोर्ट झांसी में और एक एयरपोर्ट चित्रकूट में। जनपद ललितपुर में फार्मा पार्क विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा थी कि बुन्देलखण्ड विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करे। यहां के जनप्रतिनिधियों के प्रयासों से आज यह संभव हो रहा है। बुन्देलखण्ड की माताओं, बहनों, युवाओं तथा किसानों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए जनप्रतिनिधियों द्वारा भेजी गई योजनाओं को शासन द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी जाती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज वे बुन्देलखण्ड, महारानी लक्ष्मीबाई और मेजर ध्यानचन्द की पावन धरा को नमन करने के लिए आये हैं। राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर अपने सभी खिलाड़ियों का भी अभिनंदन करने के लिए वे यहां आये हैं। इन खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के गौरव को बढ़ाने का कार्य किया है। खेल सचिव श्री सुहास एल0वाई0 एक ओलम्पिक खिलाड़ी हैं। टोक्यो पैरालम्पिक में इन्होंने भारत के लिए रजत पदक जीता था। खेल निदेशक श्री आर0पी0 सिंह भारतीय हॉकी टीम के कप्तान रहे हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सभी पूर्व अन्तरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश की विभिन्न टीमों में कोच के रूप में हिस्सा बना कर प्रदेश सरकार के साथ जुड़ने तथा नवोदित खिलाड़ियों के प्रशिक्षण की आवश्यकता है। डबल इंजन की सरकार खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
इस अवसर पर केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा, उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति श्री कुँवर मानवेन्द्र सिंह, जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्रदेव सिंह, श्रम एवं सेवायोजन राज्य मंत्री श्री मनोहर लाल ‘मन्नू कोरी’ सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, स्पेशल डी0जी0 कानून-व्यवस्था श्री प्रशान्त कुमार सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।